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Hemorrhoids : बिना सर्जरी भी हिमोरॉइड्स का इलाज है संभव, जानिए कैसे?
14 March 2024

Hemorrhoids : बिना सर्जरी भी हिमोरॉइड्स का इलाज है संभव, जानिए कैसे?

बिना सर्जरी भी हिमोरॉइड्स का इलाज है संभव, जानिए कैसे?

हिमोरॉइड्स को हेमोर्रोइड्स या पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी समस्या है जिससे हर व्यक्ति अपने जीवन में कभी न कभी गुजरता है। अधिकांश मामलों में यह अपने आप ही ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर रूप ले सकती है और चिकित्सक की सलाह की जरूरत पड़ सकती है। गंभीर मामलों में हेमोर्रोइड्स का इलाज सर्जरी के जरिए भी किया जा सकता है। लेकिन, सर्जरी के बिना भी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) संभव है। आइए जानते हैं Dr. Kapileshwar Viay, Gastro Surgeon in Jaipur से की किस तरह सर्जरी के बिना हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) संभव है।

हिमोरॉइड्स क्या है? ( What are Hemorrhoids? )

बिना सर्जरी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) कैसा होता है, उसके लिए यह जानना जरुरी है की – हिमोरॉइड्स क्या है। हिमोरॉइड्स मलाशय या गुदा के नीचे बढ़ी या सूजी हुई नसें हैं। हालांकि, इनसे कोई गंभीर हेल्थ समस्या नहीं होती, लेकिन यह परेशान करने वाली और अनकम्फर्टेबल हो सकती है। हिमोरॉइड्स महिलाओं और पुरुषों दोनों में होना सामान्य है। लेकिन, कुछ स्थितियों में इसका जोखिम बढ़ सकता है, जैसे:

  • पेल्विक ट्यूमर (Pelvic Tumor)
  • गर्भावस्था के दौरान या बाद में (Pregnancy, Both During or After)
  • जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते हैं
  • जिन लोगों को डायरिया या कब्ज हो
  • अधिक उम्र के लोग

हिमोरॉइड्स के लक्षण (Symptoms of Hemorrhoids )

हिमोरॉइड्स, जिन्हें पाइल्स भी कहा जाता है, एक आम समस्या है जो आनुवांशिक कारणों से हो सकती है। इसके लक्षण हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों के लिए यह लक्षण गंभीर होते हैं, जबकि कुछ लोगों में यह हल्के होते हैं। इसके लक्षणों के बारे में निम्नलिखित हैं:

  • दर्द रहित मलाशय रक्तस्राव: आमतौर पर यह एक छोटी मात्रा में होता है और दर्द नहीं होता।
  • गुदा में दर्द और खुजली: यह लक्षण गुदा में दर्द और खुजली की तरह महसूस हो सकता है।
  • गुदा के आसपास टिश्यू बल्जिंग: यह लक्षण गुदा के चारों ओर टिश्यू की बल्जिंग की तरह हो सकता है।
  • मल त्याग के बाद सफाई में कठिनाई: यह लक्षण मल त्याग के बाद सफाई करने में कठिनाई की तरह हो सकता है।
  • रेक्टल ब्लीडिंग: यह लक्षण मल त्याग के बाद रक्तस्राव की तरह हो सकता है।

हिमोरॉइड्स से पीड़ित लोग अपने मल में गाढ़े लाल रंग के खून के धब्बे भी नोटिस कर सकते हैं, जो आमतौर पर कम मात्रा में होते हैं। हालांकि, अधिक ब्लीडिंग बहुत कम होती है। हेमोर्रोइड्स मलाशय के रक्तस्राव के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। यदि आपको मल त्याग के बाद रक्तस्राव दिखाई देता है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

हिमोरॉइड्स के प्रकार (Types of hemorrhoids)

हिमोरॉइड्स या हेमोर्रोइड्स गुदा या मलाशय के आसपास की नसों में सूजन का रोग है। हेमोर्रोइड्स काफी पीड़ादायक रोग है। इसमें मरीज को कई अंदरूनी दिक्कतों को झेलना पड़ता है जैसे – खुजली, दर्द, ब्लीडिंग और असहजता । हिमोरॉइड्स के दो प्रमुख प्रकार होते हैं – आंतरिक और बाहरी।

आंतरिक हिमोरॉइड्स (Internal Hemorrhoids)

आंतरिक हिमोरॉइड्स मलाशय के अंदर होते हैं और आमतौर पर दर्द नहीं करते हैं। लेकिन यदि ये बड़े हो जाएं तो वे मलाशय के बाहर निकल सकते हैं जिससे इन्हे प्रोलैप्स्ड हिमोरॉइड्स कहा जाता हैं । इससे गुदा के आसपास सूजन के साथ-साथ खुजली, जलन और गांठ का एहसास होने लगता है। आंतरिक हिमोरॉइड्स का सबसे आम लक्षण स्टूल पास करते समय ब्लीडिंग होना है।

बाहरी हिमोरॉइड्स (External Hemorrhoids)

बाहरी हिमोरॉइड्स गुदा के बाहर होते हैं और त्वचा के नीचे एक गांठ के रूप में महसूस होते हैं। ये बहुत दर्दनाक होते हैं और इनमे शुरुआत से ही सूजन होने लगती हैं। यदि इनमें रक्त का थक्का बन जाए तो इसे थ्रोम्बोस्ड हिमोरॉइड्स कहते हैं। थ्रोम्बोसेड हेमोर्रोइड्स का सबसे बड़ा लक्षण है – गुदा के आसपास लाल रंग की गाँठ का बनना । बाहरी हिमोरॉइड्स का एक आम लक्षण स्टूल पास करते समय ब्लीडिंग होना है।

बिना सर्जरी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery)

अब बात करते हैं बिना सर्जरी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) कैसे होता है। हिमोरॉइड्स के उपचार करते समय इस बात का खासतौर पर ध्यान रखना चाइये की मरीज की कब्ज की दिक्कत कितनी गंभीर है, क्योंकि, सख्त मल रेक्टल ब्लीडिंग और गुदा में समस्या का कारण बन सकता है जिसे एनल फिशर कहा जाता है। हिमोरॉइड्स का नॉनसर्जिकल ट्रीटमेंट इस प्रकार हैं:

फाइबर सप्लीमेंट्स (Fiber supplements)

अपने डायट में पर्याप्त फाइबर लेना अपने मल को नरम करने का सबसे अच्छा तरीका है। फाइबर फल और सब्जियों से प्राप्त किए जा सकते हैं। आपको इस स्थिति में रोजाना 25 से 35 ग्राम अपने आहार में फाइबर लेना चाहिए। कई फाइबर सप्लीमेंटस भी यहां मौजूद हैं जैसे मिथाइलसैलूलोज साइलियम (Methylcellulose Psyllium) और वीट डेक्सट्रिन (Wheat Dextrin)। सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अनिवार्य है।

लैक्सेटिव्स (Laxatives)

इसके बाद बिना सर्जरी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) है लैक्सेटिव का प्रयोग। लेकिन, कई लोग नियमित रूप से इनका सेवन करने से बचते हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि जब वो इनका प्रयोग करना बंद कर देंगे तो प्राकृतिक बॉवेल मूवमेंट में उन्हें समस्या होगी। लेकिन, यह समझना जरूरी है कि लैक्सेटिव एक आदत नहीं हैं। इसके बजाय, वे वास्तव में कब्ज से जुड़ी दीर्घकालिक समस्याओं को रोक सकते हैं। इसके लिए आप प्राकृतिक लैक्सेटिव का प्रयोग भी कर सकते हैं जैसे एलोवेरा, चिया सीड्स, जिंजर या मिंट टी आदि।

वार्म सिट्ज़ बाथ्स (Warm Sitz Baths)

वार्म सिट्ज़ बाथ्स में आप को अपने रेक्टल एरिया को दस से पंद्रह मिनटों के लिए दिन में दो से तीन बार गर्म पानी में रखना होता है। लेकिन, ध्यान रहे इस पानी में आपको साबुन या अन्य किसी भी चीज को नहीं डालना है। सिट्ज़ बाथ रक्त के प्रवाह में सुधार और गुदा के आसपास की मांसपेशियों को आराम पहुंचाने का काम करता है।

टॉपिकल ट्रीटमेंट्स (Topical Treatment)

बाजार में बिना सर्जरी हिमोरॉइड्स का इलाज (Hemorrhoids Treatment without Surgery) करने के लिए कई तरह की क्रीम और सपोसिटरीज मौजूद हैं। इनमें से अधिकतर ओवर-द-काउंटर बिना डॉक्टर की सलाह के मौजूद हैं। यह क्रीम और रेक्टल सपोसिटरीज अस्थायी दर्द, जलन और खुजली से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं। लेकिन, आपको एक सप्ताह से अधिक समय तक रक्तस्रावी क्रीम और सपोसिटरी, विशेष रूप से हाइड्रोकोर्टिसोन का उपयोग नहीं करना चाहिए। अगर आप इसका अधिक समय तक प्रयोग करना चाहते हैं, तो आपको इससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यदि आपकी समस्या के हलके लक्षण नजर आ रहे हैं, तो इन दवाओं की सलाह दे सकते हैं।

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डॉ. कपिलेश्वर विजय, GI Surgeon in Jaipur में एक अत्यधिक अनुभवी गैस्ट्रो सर्जन हैं जो जयपुर में बवासीर की सर्जरी में विशेषज्ञता रखते हैं. वह बवासीर के लिए उन्नत उपचार प्रदान करते हैं, जैसे कि लेजर-असिस्टेड हेमोराहाइडेक्टोमी, और स्क्लेरोथेरेपी, साथ ही अधिक पारंपरिक सर्जिकल प्रक्रियाएं।
डॉ. विजय जयपुर में वर्षों से अभ्यास कर रहे हैं और उन्होंने अनगिनत बवासीर रोगियों का इलाज किया है और उनके अच्छे परिणाम आए हैं। वह मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकताओं और स्थिति के अनुरूप व्यक्तिगत उपचार विकल्प प्रदान करता है। वह उपलब्ध नवीनतम उपचारों और तकनीकों के बारे में हमेशा अपडेट रहते हैं.

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                               अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQ

1: हेमोर्रोइड्स के लक्षण क्या हैं?

उत्तर: हेमोर्रोइड्स के लक्षणों में गुदा के आसपास खुजली और जलन, मल त्याग के दौरान असुविधा या दर्द और मल त्याग के दौरान चमकदार लाल रक्त शामिल है।

2: हेमोर्रोइड्स के कारण क्या हैं?

उत्तर: हेमोर्रोइड्स का मुख्य कारण निचले मलाशय क्षेत्र में दबाव का बढ़ना है। यह मल त्याग के दौरान तनाव, गर्भावस्था के दौरान दबाव में वृद्धि, लंबे समय तक बैठे रहने और पुरानी कब्ज या दस्त की समस्या के कारण हो सकता है।

3: हेमोर्रोइड्स के कुछ उपचार क्या हैं?

उत्तर: हेमोर्रोइड्स के उपचार के विकल्पों में सामयिक क्रीम या मलहम, जीवनशैली में बदलाव जैसे फाइबर का सेवन बढ़ाना और स्थिति की गंभीरता के आधार पर दवाएं या सर्जरी शामिल हो सकती है।

4: क्या हेमोर्रोइड्स को रोका जा सकता है?

उत्तर: आप जीवनशैली में बदलाव करके हेमोर्रोइड्स के विकास के जोखिम को कम कर सकते हैं जैसे कि यदि आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो नियमित रूप से घूमना सुनिश्चित करें, उच्च फाइबर वाला आहार लें, खूब पानी पिएं और मल त्याग के दौरान तनाव न लें।

5: क्या हेमोर्रोइड्स के लिए कोई घरेलू उपचार है?

उत्तर: हेमोर्रोइड्स के लक्षणों को कम करने में मदद करने के लिए कुछ प्राकृतिक उपचारों में सूजन को कम करने के लिए कोल्ड कंप्रेस का उपयोग करना, हेमोर्रोइड्स क्रीम लगाना, गर्म सिट्ज़ स्नान करना, विच हेज़ल मरहम का उपयोग करना और मल त्याग के दौरान तनाव को रोकने के लिए मल सॉफ़्नर का उपयोग करना शामिल है।

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